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Tuesday, February 15, 2011

थोड़ा सा बदलाव और चमक जाएगी आपकी किस्मत

घर में रखा गया हर सामान घर के वास्तु और हमारी विचारधारा को भी किसी ना किसी रुप में प्रभावित करता है। यदि घर का वास्तु ठीक हो तो किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होती घर हमेशा धनधान्य से भरा रहता है।

- सामान्य तौर पर शुभ दिशा उत्तर है। ईशान कोण ऊर्जा का बेहतर क्षेत्र है। यह स्थान खुला निर्माण रहित व साफ -सुथरा होना चाहिए क्योंकि यहां से प्रवाहित होने वाली ऊर्जा पूरे घर को ऊर्जामय रखती है।

- ईशान कोण में भूलकर भी झाड़ू ना रखें।
- दक्षिण दिशा हल्की व खाली होने पर घर में ऊर्जा का संतुलन बिगड़ जाता है।
- भवन में भारी संदूक, सोफासेट, अलमारी, भारी समान का स्टोर दक्षिण- पश्चिम दिशा में रखें।
- पलंग का किनारा दक्षिण दिशा में करें। ऊर्जा संतुलन के लिए आवश्यक है। घर के धरातल का ढलान उत्तर-पूर्व व ईशान्य कोण की तरफ रखें।

- उत्तर और पूर्व दिशा नीची हल्की व खुली रखने से सूर्य का प्रकाश पूर्व से पश्चिम और चुंबकीय धाराएं उत्तर से दक्षिण बिना किसी बाधा के बहती है। धनधान्य की कमी नहीं होती।

- घर में अगर कोई बीमार हो तो उसे नेऋत्य कोण में सुलाएं।

- उत्तर- पूर्व की ओर मुंह करके पानी-पीने से पर्याप्त ऊर्जा भोजन को ऊर्जावान करके स्वास्थ्य को बहुत लाभ पहुंचाती है।

- अच्छी ऊर्जा के लिए घर के कोनों को खाली और साफ-सुथरा रखना चाहिए।

3 comments:

  1. वास्तु सम्बन्धी इन अच्छी जानकारियों के लिए आभार.

    'मिलिए रेखाओं के अप्रतिम जादूगर से '

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  2. वास्तु सम्बन्धी इन अच्छी जानकारियों के लिए आभार|

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  3. इस सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी चिट्ठा जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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